National Herald Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को नेशनल हेराल्ड (National Herald) न्यूज़ पेपर से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से पूछताछ की. उनसे करीब 12 घंटे की पूछताछ हुई. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी को मंगलवार को भी ईडी ने बुलाया है. उनसे पिछले सप्ताह लगातार तीन दिन पूछताछ हुई थी.
राहुल गांधी आज सुबह 11 बजकर करीब पांच मिनट पर मध्य दिल्ली में एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय पहुंचे. केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय के आसपास पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को भारी संख्या में तैनात किया गया है और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत पाबंदियां लागू है.
राहुल गांधी करीब तीन बजकर 30 मिनट पर लंच के लिए ईडी दफ्तर से बाहर निकले और लगभग एक घंटे के बाद फिर ईडी कार्यालय पहुंचे. इसके बाद फिर पूछताछ शुरू हुई. राहुल रात में करीब 12 बजकर 45 मिनट पर ईडी ऑफिस से निकले.
पिछले हफ्ते भी हुई लंबी पूछताछ
पिछले सप्ताह सोमवार, मंगलवार और बुधवार को लगातार तीन दिन ईडी के अधिकारियों ने राहुल गांधी से 30 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी, जिस दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किये गए थे.
उन्हें गत शुक्रवार को फिर से जांच एजेंसी के समक्ष पेश होना था, लेकिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अपनी मां सोनिया गांधी के बीमार होने के कारण ईडी के जांच अधिकारी को पत्र लिख कर उन्हें शुक्रवार (17 जून) के लिए निर्धारित पूछताछ से छूट देने का अनुरोध किया था. ईडी ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर लिया था और 20 जून को पेश होने के लिए कहा था.
सोनिया गांधी को भी बुलाया गया
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ईडी ने सोनिया गांधी को इसी मामले में 23 जून को तलब किया है.
समझा जाता है कि ‘यंग इंडियन’ की स्थापना, ‘नेशनल हेराल्ड’ के संचालन और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को कांग्रेस द्वारा दिए गए कर्ज और मीडिया संस्था के भीतर पैसे के ट्रांसफर से जुड़े सवाल राहुल गांधी से पूछे गए गए हैं.
‘यंग इंडियन’ के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य नेता शामिल हैं. कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को भाजपा नीत केंद्र सरकार की विपक्षी नेताओं के खिलाफ बदले की राजनीति करार दिया है.
इसी सिलसिले में कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. उनके सामने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पार्टी के कुछ सांसदों के साथ दिल्ली पुलिस के कथित दुर्व्यवहार और ‘अग्निपथ’ योजना का मुद्दा उठाया.